Homehindi माँ के कदमो को ही जन्नत मानता हुँ.... byFaadu Tech -17:19:00 0 मुझे कोई और जन्नत का नहीं पता क्योंकि.... मैं माँ के कदमो को ही जन्नत मानता हुँ....!! Tags: hindi love shayari प्यार शायरी Facebook Twitter