पर मुँह से एक शब्द भी नहीं निकाला।
सहती रहो माँ ने कहा था। सहती जाओगी तो धरती कहलाओगी दादी ने कहा। फिर वो भी कभी बही सरिता बन कभी पहाड़ हो गई कभी किसी अंकुर की …
सहती रहो माँ ने कहा था। सहती जाओगी तो धरती कहलाओगी दादी ने कहा। फिर वो भी कभी बही सरिता बन कभी पहाड़ हो गई कभी किसी अंकुर की …
बुरा समय बीत जाता है लेकिन, बुरे लोग मुश्किलों में साथ देने की महँगी कीमत वसूलते हैं. इसलिए हमें खुद को इतना सक्षम बनाना चाहिए …
मुझे कौन याद करेगा इस भरी दुनिया में, हे ईशवर बिना मतल़ब के तो लोग तुझे भी याद नही करते
जब आप गुस्सें में हो तब कोई फैसला न लेना और जब आप खुश हो तब कोई वादा न करना
मेने कई अपनों को वास्तविक जीवन में शतरंज खेलते देखा है
जो भाग्य में हैं वह भाग कर आयेगा और जो भाग्य में नही हैं वह आकर भी भाग जायेगा
हँसते रहो तो दुनिया साथ हैं, वरना आँसुओं को तो आँखो में भी जगह नही मिलती
घर आये हुए अतिथि का कभी अपमान मत करना, क्योकि अपमान तुम उसका करोगे और तुम्हारा अपमान समाज करेगा
गलती कबूल़ करने और गुनाह छोङने में कभी देर ना करना, Q कि सफर जितना लंबा होगा वापसी उतनी ही मुशिकल हो जाती हैं
दुनिया में सिर्फ माँ-बाप ही ऐसे हैं जो बिना स्वार्थ के प्यार करते हैं
यदि कोई तुम्हें नजरअंदाज कर दे तो बुरा मत मानना Q कि ,,,, लोग अक्सर हैसियत से बाहर मंहगी चीज को नजरंअदाज कर ही देते हैं....!!
यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने मे सफल रहता हैं तो समझ लीजिये आप उसके हाथ की कठपुतली हैं
मन में जो हैं साफ-साफ कह देना चाहिए Q कि सच बोलने से फैसलें होते हैं और झूठ बोलने से फासलें
कितना कुछ जानता होगा वो शख़्स मेरे बारे में जो मेरे मुस्कराने पर भी जिसने पूछ लिया कि तुम उदास क्यों हो
दुनिया के दो असम्भव काम- माँ की “ममता” और पिता की “क्षमता” का अंदाज़ा लगा पाना
इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता, लाश को शमशान में रखकर,,,,, अपने लोग ही पुछ्ते हैं.. और कितना वक़्त लगेगा.....!!
यदि जीवन में लोकप्रिय होना हो तो सबसे ज्यादा ‘आप’ शब्द का,,,,, उसके बाद ‘हम’ शब्द का और सबसे कम ‘मैं’ शब्द का उपयोग करना चाहिए…
अपनी सफलता का रौब माता पिता को मत दिखाओ,,,, उन्होनें अपनी जिंदगी हार के आपको जिताया हैं.....!!
इस तरह से अपना व्यवहार रखना चाहिए कि,,,,, अगर कोई तुम्हारे बारे में बुरा भी कहे, तो कोई भी उस पर विश्वास न करे....!!
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