Home2016 मुमकिन नहीं है हर रोज मोहब्बत के नए किस्से लिखना,,,,,मेरे दोस्तों अब मेरे बिना अपनी महफ़िल सजाना सीख लो....। byUnknown -21:14:00 0 मुमकिन नहीं है हर रोज मोहब्बत के नए किस्से लिखना, मेरे दोस्तों अब मेरे बिना अपनी महफ़िल सजाना सीख लो। http://www.faadustatus.com/ Tags: 2016 2line bewafa Faadu hindi Facebook Twitter